कंप्यूटर ज्ञान(भाग-3)

                       आउटपुट डिवाइस

आउटपुट डिवाइस  -इनका प्रयोग कंप्यूटर से प्राप्त परिणाम को देखने अथवा प्राप्त करने के लिए किया जाता है। ये आउटपुट हार्ड कॉपी अथवा सॉफ्ट कॉपी के रूप में होते है। कुछ आउटपुट डिवाइस निम्न है-
1.मॉनिटर को विजुअल डिस्प्ले यूनिट भी कहते हैं। यह कॉम्प्यूटर  से प्राप्त परिणाम को सॉफ्ट कॉपी के रूप में दर्शाता है। CRT,LCD,LED,3D,TFTमॉनिटर के प्रकार है
2.प्रिंटर - यह एक प्रकार की आउटपुट डिवाइस है,जिसका प्रयोग कंप्यूटर से प्राप्त डाटा और सुचना को किसी कागज पर प्रिंट करने के लिए करते है।प्रिंटर इम्पैक्ट और नॉन इम्पैक्ट दो प्रकार के होते है-
* इम्पैक्ट प्रिंटर- डॉट मैट्रिक्स,डेज़ी व्हील,लाइन तथा ड्रम, इम्पैक्ट प्रिंटर के उदाहरण है।
* नॉन -इम्पैक्ट प्रिंटर-इंकजेट,थर्मल ,लेजर आदि नॉन इम्पैक्ट प्रिंटर के उदाहरण है।
3.प्लॉटर-यह एक आउटपुट डिवाइस है,जिसका प्रयोग बड़ी ड्राइंग या इमेज जैसे कि कंस्ट्रेशन प्लान्स ,मैकेनिकल वस्तुओं के ब्लूप्रिंट आदि के लिए करते है।
4.स्पीकर-यह एक प्रकार की आउटपुट डिवाइस है,जो कंप्यूटर से प्राप्त आउटपुट को आवाज के रूप में सुनाती है।
5.साउंड कार्ड-एक कंप्यूटर एक्सपेंशन कार्ड है,जिसकी सहायता से ऑडियो सिग्नल कंप्यूटर को मिलते हैं और इसी के माध्यम से ये हमे म्यूजिक के रूप में सुनाई देते हैं।

                      मैमोरी

यह कंप्यूटर का वह भाग है,जिसमे सभी डाटा और प्रोग्राम्स स्टोर किया जाता है। मेमोरी दो प्रकार की होती है-
1.प्राइमरी मैमोरी-इसमे इनपुट तथा आउटपुट डेटा कुछ समय के लिए स्टोर किया जाता है। इस मैमोरी का आकार सिमित होता है,परन्तु  इसकी गति बहुत तेज होती है।यह  CPU का हिस्सा लेती है।
 * RAM(Random access memory)                       * ROM(Read only memory)
2.सेकंडरी मेमोरी-यह -CPU  के बाहर होती है,इसीलिए इसे ऑक्सिलिरी मेमोरी भी कहा जाता है। इस मैमोरी में ऐसी सूचनाएं स्टोर होती है,जिन्हें लंबे समय तक स्टोर करना होता है तथा जिनकी आवश्यकता लगातार न पड़ती हो।
मुख्य सेकेंडरी मैमोरी-CD,DVD,ब्लू -रे डिस्क,पेन ड्राइव,हार्ड डिस्क ड्राइव,फ़्लैश ड्राइव आदि हैं।

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