कंप्यूटर ज्ञान(भाग-4)
डाटा निरूपण
कंप्यूटर,डाटा के निरूपण के लिए बाइनरी भाषा(0 तथा 1)का प्रयोग करता है। उपयोगकर्ता कंप्यूटर को जो भी डाटा या निर्देश इनपुट के रूप में देता है या जो भी आउटपुट प्राप्त करता है,वह अक्षर ,संख्या,संकेत के रूप में होता है।
संख्या पद्धति
संख्या पद्दति के अंतर्गत विभिन्न प्रकार की संख्या का समूह होता है,जिसका प्रयोग कंप्यूटर में किसी डेटा को व्यक्त करने के लिए करते है।
संख्या पद्दति के मुख्य चार प्रकार हैं-
१. बाइनरी संख्या पद्दति में केवल दो अंक (0या 1) होते हैं, जिस कारण इसका आधार 2 होता है।कंप्यूटर में कार्य करने के लिए इसी संख्या पद्दति का प्रयोग किया जाता है।
२.दशमलव संख्या पद्दति में 0 से 9तक दश सिम्बल होते है,जिस कारण इसका आधार 10 होता है।दैनिक जीवन में प्रयुक्त होने वाली संख्या पद्दति दशमलव है।
३.ऑक्टल संख्या पद्दति में0 से 7 तक आठ सिम्बल होते है जिस कारण इसका आधार 8होता है।
४.हेक्साडेसीमल संख्या पद्दति में 0 से 9 तथा A से F तक 16 सिम्बल होते हैं, जिस कारण इसका आधार 16 है।
कंप्यूटर कोड्स
सभी कैरेक्टर्स के रिप्रजेंटेशन के लिए बाइनरी संख्या पद्दति पर आधारित एक विशेष प्रकार के कोड की आवश्यकता होती है,जिसे कंप्यूटर कोड कहा जाता है।कंप्यूटर कोड्स निम्न प्रकार के होते हैं
* बाइनरी कोडेड डेसीमल (BCD) में प्रत्येक अंक को रिप्रेजेंट करने के लिए 4 बिट्स के समूह का प्रयोग करते है।BCD में ,किसी संख्या के आकार की कोई सीमा नही होती है।
*अमेरिकन स्टैंडर्ड कोड फ़ॉर इनफार्मेशन इंटरचेंज (ASCII) कोड का प्रयोग किसी प्रोग्राम द्वारा डेटा को स्टोर करने तथा प्रयोग करने के लिए किया जाता है। ये दो प्रकार के होते है ASCII 7 तथा ASCII 8
*अक्सटेंडड बाइनरी कोड डेसीमल इंटरचेंज कोड(EBCDIC)
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