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Showing posts from August, 2019

कम्प्यूटर मेमोरी (Memory of computer)

कम्प्यूटर मेमोरी (Memory of Computer) इनपुट डिवाइस द्वारा इंफॉरमेशन को कम्प्यूटर की मेन मेमोरी में स्टोर किया जाता है। कम्प्यूटर में मेमोरी भीङ संख्या में डाटा व इंफॉरमेशन को स्टोर करने का मुख्य साधन है। मेमोरी की यूनिट(Units of Memory) कम्प्यूटर की  मेमोरी में इस समय जो प्रोसेस किया  जा रहा है और इस प्रोसेसिंग को जिस प्रोग्राम द्वारा कन्ट्रोल किया जा रहा है दोनों को स्टोर किया जाता है। मेमोरी की प्रत्येक सेल एक बिट डाटा स्टोर करती है,8 बाइनरी डिजिट या 8 बिट्स के ग्रुप को अक्सर 1 बाईट कहा जाता है बिट मेमोरी की सबसे छोटी इकाई है जिसमें किसी संख्या को स्टोर किया जा सकता है किसी शब्द में बिटो की संख्या अलग-अलग कम्प्यूटर पर अलग हो सकती है। साधारणतः 8,16,32 बिट्स वाले कम्प्यूटर होते है। कम्प्यूटर की मेमोरी असंख्य सेल्स से बनी होती है जिसमें प्रत्येक सेल इंफॉरमेशन की एक यूनिट स्टोर करने की क्षमता रखती है। कम्प्यूटर की मेमोरी की क्षमता बताने वाली यूनिट कोKB कहा जाता है।  एक KB में 1024 बाइट होते है। मेमोरी का नापतौल (Measurement of  Memory) 1 Bit = 0 से 9 कोई भी अंक...

आपरेटिंग सिस्टम (Operating system )

                   ऑपरेटिंग सिस्टम ऑपरेटिंग सिस्टम कुछ विशेष प्रोग्रामो को ऐसा व्यवस्थित समूह है जो किसी कंप्यूटर के संपूर्ण किर्याकलाप को कंट्रोल करता है ।यह कंप्यूटर के साधनों के उपयोग पर नजर रखने और व्यवस्थित करने में उपयोगकर्ता की सहायता करता है। ऑप्रेटिंग सिस्टम के प्रकार 1.बैच प्रोसेसिंग ऑपरेटिंग सिस्टम  इस प्रकार के ऑपरेटिंग सिस्टम में एक प्रकार के सभी कार्यों को बैच कके रूप में संघठित करके साथ में Execute किया जाता है। 2.सिंगल यूज़र ऑपरेटिंग सिस्टम  इस प्रकार के ऑपरेटिंग सिस्टम में एक बार में केवल एक उपयोगकर्ता को ही कार्य करने की अनुमति होती है। यह सबसे अधिक प्रयोग किया जाने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम है।जैसे-MS-DOS,Windows  9X आदि। 3. मल्टी यूजर आपरेटिंग सिस्टम  यह आपरेटिंग सिस्टम एक समय में एक से अधिक उपयोगकर्ता को कार्य करने की अनुमति देता है। यह आपरेटिंग सिस्टम सभी उपयोगकर्ता के मध्य सन्तुलन बनाकर रखता है ; जैसे-यूनिक्स,लाइनक्स,विण्डोज़ 2000/7। 4 मल्टीटास्किंग आपरेटिंग सिस्टम इस आपरेटिंग सि...

इनपुट डिवाइस (Input device)

Characteristic of computer in hindi(कम्प्यूटर की विशेषताएं)

                     कम्प्यूटर की विशेषताएॅ कम्प्यूटर में निम्न विशेषताएॅ होती है जो उसमें इस्तेमाल किए गए प्रोग्राम पर निर्भर होती है। गति(speed) कम्प्यूटर एक electronic मशीन है अतः उसकी उतनी ही होती है जितनी करंट की एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचने के लिए होती है इसलिए कम्प्यूटर की गति को माइक्रो नैनोसेकेण्ड  से मापा जाता है । परिश्रमी (Diligence) कम्प्यूटर अधिक परिश्रमी होते है अथवा ये दिए गए  काम को  पूरा होने तक लगातार बिना थके कई घंटों तक पूरा काम  कर सकते है । अचूकता(Accuracy) कम्प्यूटर सदैव अचूक होते है ।यदि कोई चूक होती है तो वह निश्चित ही user द्वारा गलत Data या गलत कमांड देने के कारण होती है । बहुमुखी (Versatility) आज के  आधुनिक  कम्प्यूटर द्वारा अनेक प्रकार  के कार्यों  को किया जाता है  जैसे अकाउंटिग ,ग्राफिक डिजाइन,बुक पब्लिशिंग समाचार पत्रों की छपाई,गेम,इंटरनेट,फिल्मों का निर्माण  जैसे  अनेक कार्यों  को कम्प्यूटर पर  अत्यंत आसानी से...

आई.टी क्या है(What is IT) & कंप्यूटर की परिभाषा(Definition of computer)

            आई.टी क्या है(What is IT) आज संसार में इनफार्मेशन सिस्टम(information system) व इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (information technology) को हाथों हाथ लिया जाता है। किंतु आज अनेक व्यावसायिक संसथान पुरानी कार्य पद्दति व व्यवस्था को नई टेक्नोलॉजी से बेहतर न सही किन्तु समानांतर करने का प्रयास करते है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। टेक्नोलॉजी कोई भी हो अंततः वर्तमान समय एवं व्यवथा को बेहतर बनाने का कार्य करती है,क्योकि टेक्नोलॉजी स्वयं कुछ नही करती अपितु निष्क्रय होती है किंतु यदि टेक्नोलॉजी के साथ व्यवसाय (business) के लक्ष्य ,उद्देश्य एवं उन्नति की भावना का समन्वय होता है तो ही टेक्नोलॉजी का संपूर्ण सदुपयोग किया जा सकता है। इन विचारों के पूर्ण रूप से किर्यान्वयन के लिए निम्नलिखित योग्यताओं का होना अति आवश्यक है। *उदगम व व्यवसायिक सोच के साथ विचारो की नवीनता,दूरदृष्टि व आगे की सोच जिसके अंतर्गत किसी संस्था को चलाया जाता है। *किसी भी नई टेक्नोलॉजी का उपयोग करने से पहले उसके उतपन्न चुनौतियों का सामना करने की इच्छाशक्ति का होना। *व्यवसाय (business)की आवश्यकताओं ...

कंप्यूटर ज्ञान(भाग-4)

 डाटा निरूपण कंप्यूटर,डाटा के निरूपण के लिए बाइनरी भाषा(0 तथा 1)का प्रयोग करता है। उपयोगकर्ता कंप्यूटर को जो भी डाटा या निर्देश इनपुट के रूप में देता है या जो भी आउटपुट प्राप्त करता है,वह अक्षर ,संख्या,संकेत के रूप में होता है।   संख्या पद्धति संख्या पद्दति के अंतर्गत विभिन्न प्रकार की संख्या का समूह होता है,जिसका प्रयोग कंप्यूटर में किसी डेटा को व्यक्त करने के लिए करते है। संख्या पद्दति के मुख्य चार प्रकार हैं- १. बाइनरी संख्या पद्दति में केवल दो अंक (0या 1) होते हैं, जिस कारण इसका आधार 2 होता है।कंप्यूटर में कार्य करने के लिए इसी संख्या पद्दति का प्रयोग किया जाता है। २.दशमलव संख्या पद्दति में 0 से 9तक दश सिम्बल होते है,जिस कारण इसका आधार 10 होता है।दैनिक जीवन में प्रयुक्त होने वाली संख्या पद्दति दशमलव है। ३.ऑक्टल संख्या पद्दति में0 से 7 तक आठ सिम्बल होते है जिस कारण इसका आधार 8होता है। ४.हेक्साडेसीमल संख्या पद्दति में 0 से 9 तथा A से F तक 16 सिम्बल होते हैं, जिस कारण इसका आधार 16 है। कंप्यूटर कोड्स सभी कैरेक्टर्स के रिप्रजेंटेशन के लिए बाइनरी संख्या पद्...

मेरे अध्यापक

कैसे कहूं दिल की बात,बयां करना भी मुश्किल हो गया क्योकि मुझे कोई समझता ही नही है।        आँसुओ की धारा में बहते चले गए। तनिक शाम हुई और हम सपनो में खो गए ।सपने इतने मीठे की हम उसमे बहते चले गए।सपने में लगा कि अध्यापक हमे पढ़ा रहे हैं और पढ़ते-पढ़ते नींद आ गई।जैसे ही अध्यापक ने हमे पढ़ाना शुरू किया हमे उतनी ही गहरी नींद में सो गए। जैसे ही प्रशं ख़त्म हुआ और अध्यापक ने उसी प्रशं के बारे में पूछना शुरू कर दिया। सब से एक-एक करके पूछा तो किसी ने उत्तर दिया तो किसी ने नही भी दिया क्योकि वो सब भी मेरी ही नैया में सवार थे। जैसे ही बारी आई तो अध्यापक ने बहुत ही ऊँचे स्वर में कहा कि चलो आप बताओ,जब मेरी आँखें ही खुली तो अध्यापक ने फिर दोबारा कहा तो मेरी सहपाठी ने मुझे जगा दिया और कहा कि अब तेरी बारी है,तो मैने कहा कि किस की बारी तो अध्यापक ने हमसे कहा कि ये प्रशं कहा से और कैसे आया ।मुझे इस प्रशं के बारे में कुछ नही पता था,क्योकि जिस समय अध्यापक पढ़ा रहे थे उस समय हम सो रहे थे।जैसे ही अध्यापक ने फिर से कहा -इतने में मम्मी ने कहा उठ जा कॉलेज का समय हो गया है। फिर जल्दी से उठ ...