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Showing posts from September, 2019

प्राकृतिक संम्पदा का संरक्षण

                                      बाँध ✔️ बांध:- बांध बहते हुए पानी को रोकने के लिए नदी पर बांध बनाया जाता है । ✔️भाखड़ा बांध सतलुज नदी पर बनाया गया है ।सतलुज से इंदिरा गांधी नहर निकलती है । ✔️टिहरी बांध गंगा नदी पर है,जो यह उत्तर प्रदेश में है । सरदार सरोवर बांध, गुजरात में नर्मदा नदी पर है।  ✔️गंगा सफाई योजना 1985 में हुई ।यह राजीव गांधी ने शुरू किया था ।नदी  के जल का पीएच यूनिवर्स द्वारा ज्ञात किया जाता  है । ✔️PH स्केल साँरेंस ने दिया था।  ✔️जल एकत्रंण क्षेत्र:- राजस्थान में खादी ,टैंक । महाराष्ट्र में बांद्रा,ताल।  जम्मू क्षेत्र :-कोड । बिहार में आहार तथा पाईन। केरल में सुरंगम। हिमाचल प्रदेश:-कुल्ह।  उत्तर और मध्य प्रदेश:-भुन्दी।                   प्राकृतिक संपदा ओं का संपादन  ✔️प्राकृतिक संपदा:-संपदा जो प्राकृतिक से प्राप्त हो और मानव के लिए लाभदायक है। जैसे जल वन वायु आदि। ✔️ प्राकृतिक...

पर्यावरण और पारिस्थितिक तंत्र के सामान्य ज्ञान (भाग-1)

                          आहार श्रृंखला ✔आहार श्रृंखला:- समुदाय में सजीवों का वह अनुक्रम जिसमें एक जीव ऊर्जा स्थानांतरित करने के लिए दूसरे जीव को उपभोग करता है,उसे आहार श्रृंखला कहते हैं । ✔सभी आहार श्रृंखलाएं पौधों से प्रारंभ होती है। ✔ आहारश्रृंखला में ऊर्जा एक दिशा में होती है । ✔कोई भी आहार श्रृंखला चार या पांच तक सीमित होती है । ✔खाद्य जाल:- किसी पारिस्थितिक तंत्र में विभिन्नआहार श्रंखलाओं का अंतर संयोजन खाद्य जाल कहलाता है। खाद्य जाल पारिस्थितिक तंत्र को स्थायित्व बनाए रखता है । ✔पौधा (प्रथम पोषण स्तर)शाकाहारी( द्वितीय पोषण स्तर) सर्वाहारी(तृतीयक पोषण स्तर)  ✔कोई भी जीव ऊर्जा का 90 % खर्च करता है।  ✔आहार श्रृंखला में ऊर्जा सूर्य से आती है । ✔पारिस्थितिक तंत्र में पदार्थों का प्रवाह चक्रीय होता है और ऊर्जा का प्रवाह एक दिशएं होता है।  ✔जैव आवर्धन :-प्रत्येक पोषी स्तर पर जीवों के शरीर में  हानिकारक रासायनिक पदार्थ जैसे कीटनाशकों के सांद्रण में वृद्धि होना । ✔ओजोन परत:- पृथ्वी से 15...

पर्यावरण और पारिस्थितिक तंत्र पर सामान्य ज्ञान

 जैव निम्नीकरण अपशिष्ट  वे पदार्थ जिन्हें सूक्ष्म जीवो द्वारा तोड़ा जाता है,उन्हें जैव निम्नीकरण कहते हैं । यह जहरीले नहीं होते जैसे कागज,घास, बचा भोजन,गोबर और कंपोस्ट। जैव अनिम्नीकरण अपशिष्ट वे पदार्थ जिन्हें सूक्ष्मजीवो द्वारा तोड़ा नहीं जा सकता ।जैसे डीडीटी ,पॉलीथिन, प्लास्टिक,रेडियोधर्मी पदार्थ आदि। पारिस्थितिक तंत्र  💥पारिस्थितिक तंत्र सबसे पहले टेंंसले ने(1935) में बताया था।  पौधे,प्राणी तथा अपघटक और उनके निर्जीव पर्यावरण की आत्मनिर्भर इकाई पारिस्थितिक तंत्र है। घास ,स्थल,जंगल,पहाड़, तालाब, झील, नदी, समुद्र। यह दो प्रकार के होते हैं - प्राकृतिक और कृत्रिम । प्राकृतिक  यह दो भागों में बँट जाता है 1.जलीय 2.स्थलीय स्थलीय- घास, भूमि ,वन ,मरुस्थल ,पहाड़।  जलीय-नदी, तालाब, समुंदर झील।  कृत्रिम-फसल,पार्क, बगीचा, जल टैंक, झील।  💥पारिस्थितिक तंत्र के घटक 1.जैविक  2.अजैविक  जैविक -सभी जीवित प्राणी जैसे -पौधे,जंतु और मानव प्राणी।  अजैविक- मृदा, पानी, तापमान ,बिजली, हवा। 💥 10 % नियम लिंडेमान ने दिया था । ...

Viva of Data Model.

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🍂What is data model ? A collection of conceptual tools to use for describe data . Categories of Data Model *Conceptual data model Conceptual data models use concept such as entities,attributes and relationship. *Record based data model  Record based data represent data as by using the record structure. This model provide the concept that may be understand by end user. The various categories of Record based data models are: Hierarchical Data base Hierarchical data model represent data as a hierarchical tree structure. Network data model Network data model represent  data as record type. The network model use the network or plex structure as its basic  data structure.  Relational Data Model Relational  Data Model  is based on  the concept of a relation, which is physically represented as a table. *Object based data model  A object  oriented  data model is a logic organisation of the real world object ...

समय के साथ समझ

मैं  हर समय मेरी परिवार के लिए  सोचती रहती हूँ। कई बार तो ऐसा लगता है कि मैं  ही मेरे  परिवार के लिए  सब कुछ  हूँ,लेकिन  ये केवल मेरी सोच है मेरी परिवार  वालों  की नहीं।  मैं  किसी के लिए बुरा नहीं  चाहती । मैं  चाहती हूँ कि  सब खुश रहे। मेरे  अकेले सोचने से क्या होता है??? अब मुझे लगता है कि मैं एक गलतियों का पिटारा हूँ। मुझे समझ नहीं  आता कि मैं  गलती  क्यों  करती हूँ?क्या मैं  गलती  जान बूझ कर करती हूँ  या अपने आप हो जाती है। बहुत ही कम समय में  मुझे बहुत कुछ करना है,परन्तु  कैसे? जब भी मैं  दूसरे  को देखती हूँ  मतलब कि जो व्यक्ति  अपनी जिंदगी  में  सफल हो गया है तो उसे देखकर लगता है कि मैं  भी अपनी जिंदगी जिंदगी में सफल हो  सकती हूँ। जो दूसरा कर सकता है  क्या मैं  नहीं  कर सकती 🤔🤔🤔🤔??? छोटी छोटी  खुशी के लिए  अपने आप को थोड़ी  सी  तकलीफ  उठानी पडती है । सिर्फ  अपनों को...

मेरा इम्तिहान

आज मेरा कॉलेज में कक्षा इम्तिहान है,मुझे अजीब सी घबराहट हो रही है। पता नहीं क्यों??? शायद इसीलिए क्योंकि मुझे लगता है कि मैं इम्तिहान को हल करते करते भूल ना जाऊँ। मेरे साथ हमेशा होता है कि जो मैं पढ़ कर नहीं आती वही प्रश्न इम्तिहान में अध्यापक देते हैं। मुझे अपने आप पर इतना आत्मविश्वास नहीं है,जितना होना चाहिए। क्या मैं अपनी जिंदगी मे कभी सफलता हासिल कर पाऊंगी। क्योंकि मेरी मम्मी भी मुझ से पूछती है कि क्या तू भी कभी सफल हो पाएगी?? मैं बहुत उलझन में हूँ,क्योंकि मुझे स्व॔ंय को ही नही पता कि मैं क्या करना चाहती हूँ।एक तरफ तो मुझे लगता है कि मैं अपने परिवार के लिए कुछ तो करूँगी परन्तु कब करूँगी??? कोई भी कार्य करने से पहले या अपना कोई भी व्यवसाय करने से पहले रूपये होना चाहिए लेकिन रूपये है तो नहीं। कुछ भी सोचो लेकिन एक ही समस्या सामने आ कर खड़ी हो जाती है वो है पैसा। मेरे पास रूपये नहीं कहाँ से लाऊं?? वैसे कक्षा का समय हो गया है ।थोड़ी रिवीजन कर  लेती हूँ। कुछ समय बाद फिर मिलेंगे। बस मैं अभी अभी इम्तिहान दे कर आई हूँ। मेरा इम्तिहान अच्छा रहा।पता नही कितने नम्बर आएंगे? वैसे ...

02/09/19 का दिन

02/09/19 सोमवार के दिन कॉलेज जाना था पर जा ही नहीं पाई क्योंकि जो कार्य पापा ने रविवार को करने के लिए कहा था उसके लिये समय ही नहीँ मिला। मैं रविवार को अपनी ड्रेस सीलने लग गई।ड्रेस भी इसीलिए सिली क्योंकि मेरे पास कम रह गई ।मेरी ड्रेस मेरी बहन ने ले ली इसीलिए मैंने और ड्रेस सिली। ड्रेस सीलने के चक्कर में पापा जी का दिया कार्य ही भूल गई।जब पापा शाम कोघर आए तब पापा ने याद दिलाया ।फिर पापा को कहा कि मैं कल आपका दिया हुआ कार्य पक्का कर दूंगी। अगले दिन फटाफट घर का काम खत्म करके पापा का दिया हुआ कार्य करने लगी। फिर उस कार्य को खत्म करके मम्मी ने अपना काम मेरे को दे दिया।फिर मैंने वो काम खत्म करके अपनी ड्रेस की सिलाई पूरी की ।फिर मेरी ड्रेस पूरी हो गई और मैंने घर के सारे काम पूरे कर दिए। सारे काम करके मैं बहुत खुशी महसूस कर रही थी फिर अचानक ही मुझे मेरे गुम हुए फोन की याद आ गई।जिसे याद करके बहुत ही उदास हुंआ कयोंकि अपनी वस्तु गुम होने का दुःख सबको होता है।